EVENTS CONVENT HIGH SCHOOL
14/01/2022 CLASS- 6 SESSION 2021-22
SUBJECT :HINDI
CHAPTER-8
ऐसे – ऐसे
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बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) ‘ऐसे-ऐसे’ एकांकी के लेखक कौन हैं?
(i) जयंत विष्णु
(ii) विष्णु प्रभाकर
(iii) गुणाकर मुले
(iv) अनुबंधोपाध्याय
(ख) मोहन ने पिता के दफ़तर में क्या खाया था?
(i) बर्गर
(ii) समोसे
(iii) फल
(iv) मिठाई
(ग) किन बहानों को मास्टर जी समझ जाते हैं?
(i) पेट दर्द
(ii) सिर दर्द
(iii) चक्कर आना
(iv) उपर्युक्त सभी
(घ) वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया?
(i) मोहन की माँ
(ii) मोहन के पिता
(iii) मोहन के पड़ोसी दीनानाथ
(iv) मोहन का मित्र
(ङ) मोहन कैसा लड़का था?
(i) कमज़ोर
(ii) कम बुद्धिवाला
(iii) भला
(iv) शरारती
उत्तर-
(क) (ii)
(ख) (iii)
(ग) (iv)
(घ) (i)
(ङ) (iv)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.मोहन ने पिता के दफ़तर में क्या खाया था?
उत्तर-
मोहन ने पिता के दफ़तर में एक केला और एक संतरा खाया था।
प्रश्न 2.वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया?
उत्तर-
मोहन के पड़ोसी वैद्य जी को बुलाकर लाए थे।
प्रश्न 3.वैद्य जी ने मोहन को देखने के बाद क्या कहा?
उत्तर-
वैद्य जी मोहन को देखकर कहते हैं कि घबराने की कोई बात नहीं। मामूली बात है, पर इससे कभी-कभी बड़े भी तंग आ जाते हैं।
प्रश्न 4.मोहन ने क्या बहाना बनाया?
उत्तर-
मोहन ने स्कूल न जाने के लिए बहाना बनाया कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे’ दर्द हो रहा है।
प्रश्न 5.क्या मोहन के पेट में सचमुच दर्द था?
उत्तर-
नहीं, मोहन के पेट में कोई दर्द नहीं था। वह केवल बहाना कर रहा था।
लघुउत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.मोहन की हालत देख माँ क्यों अधिक परेशान थी?
उत्तर-
मोहन की हालत देखकर मोहन की माँ ने मोहन को हींग, चूरन, पिपरमेंट आदि दिया था, पर मोहन ठीक नहीं हुआ था। वह बार-बार कहता था कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे हो रहा है। माँ उसकी हालत देखकर परेशान थी क्योंकि मोहन को क्या हो रहा है, यह पता नहीं चल रहा था। उसने ‘ऐसे-ऐसे’ की बीमारी का नाम न सुना था। वह सोच में पड़ गई थी कि उसे कोई नई बीमारी तो नहीं हो गई है इसीलिए वह मोहन की हालत देखकर परेशान थी।
प्रश्न 2.मोहन की माँ क्यों कहती है-हँसी की हँसी, दुख का दुख?
उत्तर
मोहन की माँ बार-बार मोहन से उसके पेट-दर्द के बारे में पूछती है। वह बस यही कहता है कि पेट में ऐसे-ऐसे’ हो रहा है। उसकी बात सुनकर माँ हँस पड़ती है और परेशान भी होती है। वह बेटे के दुख से दुखी होती है। इसी | मनः स्थिति में वह कहती है की हँसी की हँसी दुख का दुख। यह उसे अजीब बीमारी लगती है।
प्रश्न 3.ऐसे कौन-कौन से बहाने होते हैं जिन्हें मास्टर जी एक ही बार में सुनकर समझ जाते हैं। ऐसे कुछ बहानों के बारे में लिखो।
उत्तर
ऐसे अनेक बहाने होते हैं; जैसे-आज स्कूल में कुछ नहीं होगा, बस सफ़ाई कराई जाएगी। कुछ छात्र कहते हैं कि मैं रात में पढ़ाई कर रहा था मेरी किताब और कॉपी वहीं छूट गई। कभी-कभी छात्र दूर के रिश्तेदार की बीमारी का बहाना बना लेते हैं। इसके अलावे छात्र पेट दर्द, सिर दर्द, माता-पिता के साथ कहीं जाना, जिन्हें एक ही बार सुनकर मास्टर जी समझ जाते हैं।
प्रश्न 4.वैद्य जी मोहन को क्या बीमारी बताते हैं? वह उसे क्या दवा देते हैं।
उत्तर-
वैद्य जी मोहन के पेट-दर्द का कारण बताते हैं वात का प्रकोप है, कब्ज़ है। पेट साफ़ नहीं हुआ है। मल रु क जाने से वायु बढ़ गई है। वह मोहन को दवा की पुड़िया हर आधे-आधे घंटे बाद गरम पानी से लेने को कहते हैं।
प्रश्न 5.डॉक्टर मोहने को क्या बीमारी बताते हैं और ठीक होने का क्या आश्वासन देते हैं?
उत्तर
डॉक्टर मोहन की जीभ देखकर कहते हैं कि उसे कब्ज़ और बदहजमी है। फिर वह बताते हैं कि कभी-कभी हवा रु क जाती है और फंदा डाल लेती है। मोहन के पेट में बस उसी का ऐंठन है। वह मोहन को आश्वासन देते हैं कि दवा की एक खुराक पी लेने के बाद तबियत ठीक हो जाएगी।