Wednesday, September 8, 2021

Class-NURSERY MATHS Submattive Assessment 1 Question paper.

 

EVENTS CONVENT HIGH SCHOOL
08/09/2021                     CLASS-NURSERY               SESSION 2021-22
MATHS
SUBMATIVE ASSESMENT-1
QUESTION PAPER
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Class-9 Subject-HINDI CHAPTER-10 वाख

 EVENTS CONVENT HIGH SCHOOL

08/09/2021      CLASS-9    SESSION 2021-22

HINDI (CHAPTER-10)

वाख
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

प्रश्न 1.‘रस्सी’ यहाँ किसके लिए प्रयुक्त हुआ है और वह कैसी है?
उत्तर-‘रस्सी’ शब्द जीवन जीने के साधनों के लिए प्रयुक्त हुआ है। वह स्वभाव में कच्ची अर्थात् नश्वर है।

प्रश्न 2.कवयित्री द्वारा मुक्ति के लिए किए जाने वाले प्रयास व्यर्थ क्यों हो रहे हैं?
उत्तर-कवयित्री देखती है कि दिन बीतते जाने और अंत समय निकट आने के बाद भी परमात्मा से उसका मेल नहीं हो पाया है। ऐसे में उसे लगता है कि उसकी साधना एवं प्रयास व्यर्थ हुई जा रही है।

प्रश्न 3.कवयित्री का ‘घर जाने की चाह’ से क्या तात्पर्य है?
उत्तर-परमात्मा से मिलना।

प्रश्न 4.भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) जेब टटोली कौड़ी न पाई।
(ख) खा-खाकर कुछ पाएगा नहीं, न खाकर बनेगा अहंकारी।

उत्तर-
(क) “जेब टाटोली कौड़ी न पाई’ का भाव यह है कि सहज भाव से प्रभु भक्ति न करके कवयित्री ने हठयोग का सहारा लिया। इस कारण जीवन के अंत में कुछ भी प्राप्त न हो सका।

(ख) भाव यह है कि मनुष्य को संयम बरतते हुए सदैव मध्यम मार्ग अपनाना चाहिए। अधिकाधिक भोग-विलास में डूबे रहने से मनुष्य को कुछ नहीं मिलता है और भोग से पूरी तरह दूरी बना लेने पर उसके मन में अहंकार जाग उठता है।

प्रश्न 5.बंद द्वार की साँकल खोलने के लिए ललयद ने क्या उपाय सुझाया है?
उत्तर-ललद्यद ने सुझाव दिया है कि भोग और त्याग के बीच संतुलन बनाए रखो। न तो भोगों में लिप्त रहो, न ही शरीर को सुखाओ; बल्कि मध्यम मार्ग अपनाओ। तभी प्रभु-मिलन का द्वार खुलेगा।

प्रश्न 6.ईश्वर प्राप्ति के लिए बहुत से साधक हठयोग जैसी कठिन साधना भी करते हैं, लेकिन उससे भी लक्ष्य प्राप्ति नहीं होती। यह भाव किन पंक्तियों में व्यक्त हुआ है?
उत्तर-उपर्युक्त भाव प्रकट करने वाली पंक्तियाँ हैं-
आई सीधी राह से, गई न सीधी राह।
सुषुम-सेतु पर खड़ी थी, बीत गया दिन आह!
जेब टटोली, कौड़ी न पाई।
मांझी को क्या दें, क्या उतराई ?

प्रश्न 7.‘ज्ञानी’ से कवयित्री का क्या अभिप्राय है?
उत्तर-‘ज्ञानी’ से कवयित्री का अभिप्राय है-जिसने परमात्मा को जाना हो, आत्मा को जाना हो।

प्रश्न 8.हमारे संतों, भक्तों और महापुरुषों ने बार-बार चेताया है कि मनुष्यों में परस्पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होता, लेकिन आज भी हमारे समाज में भेदभाव दिखाई देता है-
(क) आपकी दृष्टि में इस कारण देश और समाज को क्या हानि हो रही है?
(ख) आपसी भेदभाव को मिटाने के लिए अपने सुझाव दीजिए।


उत्तर- (क) हमारे समाज में जाति-धर्म, भाषा, संप्रदाय आदि के नाम पर भेदभाव किया जाता है। इससे समाज और देश को बहुत हानि हो रही है। इससे समाज हिंदू-मुसलमान में बँटकर सौहार्द और भाई-चारा खो बैठा है। दोनों एक-दूसरे के शत्रु से नजर आते हैं। त्योहारों के समय इनकी कट्टरता के कारण किसी न किसी अनहोनी की आशंका बनी। रहती है। इसके अलावा समय-असमय दंगे होने का भय बना रहता है। इससे कानून व्यवस्था की समस्या उठ खड़ी होती है तथा विकास पर किया जाने वाला खर्च अकारण नष्ट होता है।

(ख) आपसी भेदभाव मिटाने के लिए लोगों को सहनशील बनना होगा, सर्वधर्म समभाव की भावना लानी होगी तथा कट्टरता त्याग कर धार्मिक सौहार्द का वातावरण बनाना होगा। सभी धर्मों के अनुयायियों के साथ समानता का व्यवहार करना होगा तथा वोट की खातिर किसी धर्म विशेष का तुष्टीकरण बंद करना होगा ताकि अन्य धर्मानुयायियों को अपनी उपेक्षा न महसूस हो।

Class-8 Subject-HINDI CHAPTER-8 यह सबसे कठिन समय नहीं

EVENTS CONVENT HIGH SCHOOL
08/09/2021      CLASS-8       SESSION 2021-22

HINDI (CHAPTER-8)


यह सबसे कठिन समय नहीं
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प्रश्न-अभ्यास

Question 1:”यह कठिन समय नहीं है?” यह बताने के लिए कविता में कौन-कौन से तर्क प्रस्तुत किए गए हैं? स्पष्ट कीजिए।
Solution:
”यह कठिन समय नहीं है?” – यह बताने के लिए कवि ने निम्नलिखित तर्क दिए हैं –

  1. अभी भी चिड़िया चोंच में तिनका दबाए उड़ने को तैयार है क्योंकि वह नीड़ का निर्माण करना चाहती है।
  2. एक हाथ झड़ती हुई पत्ती को सहारा देने के लिए बैठा है।
  3. अभी भी एक रेलगाड़ी गंतव्य अर्थात् पहुँचने वाले स्थान तक जाती है।
  4. नानी की कथा का अखिरी हिस्सा बाकी है।
  5. अभी भी एक बस अंतरिक्ष के पार की दुनिया से बचे हुए लोगों की खबर लाएगी।
  6. अभी भी कोई किसी को कहता है कि जल्दी आ जाओ, सूरज डूबने का समय हो चला है।

Question 2:चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में क्यों है? वह तिनकों का क्या करती होगी? लिखिए।
Solution:
चिड़िया अपनी चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में है क्योंकि सूरज डूबने का समय हो चुका है उसके डूबने से पहले चिड़िया अपने लिए घोंसला बनाना चाहती है। वह तिनके से अपने लिए घोंसला तैयार कर उसमें अपने बच्चों के साथ रहेगी। घोंसला उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है।

Question 3:कविता में कई बार ‘अभी भी’ का प्रयोग करके बातें रखी गई है। अभी भी का प्रयोग करते हुए तीन वाक्य बनाइए और देखिए उसमे लगातार, निरंतर, बिना रुके चलनेवाले किसी कार्य का भाव निकल रहा है या नहीं?
Solution:

  1. मुझे अभी भी सिरदर्द है।
  2. अभी भी गाँव में बच्चे कई मील पैदल चलकर स्कूल जाते हैं।
  3. हम अभी भी अंग्रेजी सीख रहे हैं।

तीनों वाक्यों में निरंतरता का भाव निकल रहा है।

Question 4:”नहीं” और ”अभी भी” को एक साथ प्रयोग करके तीन वाक्य लिखिए और देखिए ‘नहीं’ ‘अभी भी’ के पीछे कौन-कौन से भाव छिपे हो सकते हैं?
Solution:

  1. नहीं, अभी भी मेरी परीक्षा की तैयारी कम है।
  2. नहीं, अभी भी इमारत का निर्माण नहीं हुआ है।
  3. नहीं, अभी भी मेहमान के आने में देर हैं।

अभी भी, निरंतर चलने वाली प्रक्रिया का बोध कराता है तथा नहीं से कार्य के न होने का पता चलता है।

Question 5:आप जब भी घर से स्कूल जाते हैं कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा होता है। सूरज डूबने का समय भी आपको खेल के मैदान से घर लौट चलने की सूचना देता है कि घर में कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा है – प्रतीक्षा करनेवाले व्यक्ति के विषय में आप क्या सोचते हैं? अपने विचार लिखिए।
Solution:
प्रतीक्षा करनेवाले व्यक्ति हमारे प्रियजन ही हो सकते हैं। मेरे तो दिन की शुरुआत और अंत माँ के प्यार से ही होता है। सुबह में प्यार से माथा चूमकर जगाने में माँ का प्यार, नाश्ते में बनी पसंद की चीज़ों में माँ का प्यार, भले-बुरे की डाँट में माँ का प्यार, सूरज डूबने के साथ खेल के मैदान से घर लौट चलने की सूचना देता माँ का प्यार तथा जीने का सलीका सिखाता माँ का प्यार।